Saturday, November 10, 2007

आप ब्लॉग बनाए और बाकी हम पर छोड़ दें!!

आप ब्लॉग बनाए और बाकी हम पर छोड़ दें!! वाह क्या गजब का स्वागत है! आज ये वाक्य पढे "नारद" के नये अवतार पर. अवतरण अभी पूर्ण नहीं हुआ है, लेकिन लक्षण यह बताते हैं कि यह हिन्दीजाल के लिये एक उपयोगी पेशकश होगा.

The first Hindi blog agreegator Narad is now undergoing a complete rewrite. It has thus become more fast, more attractive, and more open. The present alpha version promises many mor facilities in the Beta and the final versions.

001

नारद हिन्दी का पहला एग्रीगेटर है. इसकी तकनीकी खामियों को दूर करके एक स्वचलित एवं तीव्र एग्रीगेटर उतारने की तय्यारी चल रही है जो स्वागते काबिल है. अभी यह अल्फा (प्रकाशनवितरण पूर्व) सीढी पर है लेकिन आपको इसलिये दिख रहा है कि बिन दिखाये एग्रीगेटर में संशोधन करना आसान नहीं है.

002 इस नये अवतार में काफी बाते बदलते हुई आवश्यक्ताओं के अनुरूप है, जो तारीफे काबिल है. उदाहरण के लिये पंजीकरण की जरूरत नहीं है. लेकिन अब चिट्ठाकार का चित्र या प्रतीक शायद न दिखे जो एक खामी है.

003 एग्रीगेटर एवं लेखक के बीच जिम्मेदारी का मामला भी व्यक्त कर दिया गया है जो एक अच्छी बात है. अधिकतर पाठक इस गलतफहमी में रहते हैं कि एग्रीगेटर के संपादक हर चिट्ठे की सामग्री से सहमत हैं.

उम्मीद है कि बीटा एवं निर्णायक संस्करण जल्दी ही आ जायगा. एक "लघु" सुविधा एवं ग्रीनविच मीन टाईम के बदले भारतीय समय दिखाना उपयोगी होगा.

आपने चिट्ठे पर विदेशी हिन्दी पाठकों के अनवरत प्रवाह प्राप्त करने के लिये उसे आज ही हिन्दी चिट्ठों की अंग्रेजी दिग्दर्शिका चिट्ठालोक पर पंजीकृत करें. मेरे मुख्य चिट्टा सारथी एवं अन्य चिट्ठे तरंगें एवं इंडियन फोटोस पर भी पधारें. चिट्ठाजगत पर सम्बन्धित: विश्लेषण, आलोचना, सहीगलत, निरीक्षण, परीक्षण, सत्य-असत्य, विमर्श, हिन्दी, हिन्दुस्तान, भारत, शास्त्री, शास्त्री-फिलिप, सारथी, वीडियो, मुफ्त-वीडियो, ऑडियो, मुफ्त-आडियो, हिन्दी-पॉडकास्ट, पाडकास्ट, analysis, critique, assessment, evaluation, morality, right-wrong, ethics, hindi, india, free, hindi-video, hindi-audio, hindi-podcast, podcast, Shastri, Shastri-Philip, JC-Philip

2 comments:

Sanjay Gulati Musafir said...

नारद का नया संस्करण सचमुच सराहनीय है!

मीनाक्षी said...

आप सब को नत मस्तक प्रणाम जो आभासी पर्दे के पीछे हिन्दी सेवा मे जुटे हैं..
नारद का नया रूप मनमोहक है... धन्यवाद